उड़ीसा : 7 सितम्बर- DRDO ने आज उड़ीसा के तटीय ईलाके पर बसे व्हिलर आईलैंड पर बने डॉ० ए० पी० जे० अब्दुल कलाम लाउन्च कॉम्प्लेक्स से हाईपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमोन्सटेटर व्हिकल HSTDV का सफल परिक्षण किया।
इस सफल परिक्षण के बाद भारत के लिए हाईपरसोनिक टेक्नोलॉजी वाहनों के उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है, भारत के इस सफल परिक्षण के बाद भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद हाईपरसोनिक मिसाईल तकनीक विकसीत करने वाला विश़्व का चौथा देश बन गया है। भारतीय रक्षा अनुसंधान एंव विकास संगठन DRDO ने आज सुबह 11 बज कर 03 मीनट पर यह परिक्षण किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO को इस सफल परिक्षण पर बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के दृष्टिकोण को साकार बनाने के लिए इस लैंडमार्क उपलब्धि पर DRDO को बधाई। राजनाथ सिंह ने इस परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से भी बात कर उन्हे बधाई दी और कहा कि देश को आप पर गर्व है।
वहीं रक्षा विभाग और DRDO के अध्यक्ष डॉ० जी० सतीश रेड्डी ने भी राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं को मजबुत करने के लिए HSTDV मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और कर्मियों को बधाई दी है।
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